Web 3.0
Web 3.0 क्या हैं और इससे पैसे कैसे कमाएं
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7 months agoon
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Bhanu saranआजकल आपको कहीं ना कहीं web 3.0 के बारे में सुनने को मिल ही जाता होगा। कई कंपनियां Web 3.0 में कुछ Dovelope करने की बात कर रही हैं तो वहीं कुछ Technical Expert इसको भविष्य बता रहे हैं तो कुछ लोग इसे पैसे कमाने का भी नया जरिया बता रहे हैं। तो ऐसे में आखिर ये Web 3.0 क्या है?
तो दोस्तों इसलिए आज की इस पोस्ट में मैं आपको Web 3.0 की पुरी जानकारी देने वाला हुं जिसमें मैं आपको बताउंगा की आखिर ये Web 3.0 क्या हैं, ये कैसे काम करता हैं, इससे आपके जीवन पर कैसे असर पड़ सकता हैं और आप इस Web 3.0 का इस्तेमाल करके किस प्रकार से आसानी से करोडो़ रुपये कमा सकते हैं।
Web 3.0 के बारे में जानने से पहले आपको Web 1.0 और Web 2.0 की जानकारी होनी चाहिए।
Web 1.0 क्या है?
इंटरनेट के इस वर्जन को “केवल पढने वाला वेब” कहा जाता है जो 1980 से 1999 तक चला था। इस Web 1.0 में युजर किसी सामग्री को खोजकर सिर्फ उसे पढ सकता था उसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते था। इस चरण में सिर्फ स्थिर वेबसाइटें बनाई जाती थी जहां उपयोगकर्ता को संपर्क करने के साधन ना के बराबर मिलते थे। जैसे : बैंक या सरकारी वेब पोर्टल
इस Web 1.0 के समय में उपयोगकर्ता इन साइट पर सिर्फ लिखा हुआ पढ पाते थे ना कमेंट कर पाते थे और ना ही किसी साइट पर अंकाउट बना सकते थे। इस युग में सोशल साइट्स भी नहीं होती थी।
Web 2.0 क्या हैं?
इंटरनेट के इस चरण में ऐसी वेबसाइटें बननी शुरु हुई जिसमें हम किसी सामग्री को खोजने और पढने के साथ साथ उसमें बदलाव भी कर सकते हैं और साथ ही इस चरण में उपयोगकर्ता को संपर्क साधन भी ज्यादा मिलने लगे। जैसे : wikipedia, facebook, Youtube
Web 2.0 युग जो अभी चल हैं इसमें ज्यादातर Open source साइट्स बनी हैं जैसे Wekipedia में हम कोई भी जानकारी जोड़ सकते हैं, Facebook पर अंकाउट बना सकते हैं पोस्ट कर सकते हैं कमेंट कर सकते हैं और Youtube जैसी साइट पर हम अपने विडीयो अपलोड कर सकते हैं जिसे पुरी दुनिया देख सकती हैं और कमेंट भी कर सकती है।
लेकीन Web 2.0 में कई सारी समस्याएं भी है जिससे इसके उपयोगकर्ताओं को नुकसान भी होता हैं। जैसे Web 2.0 के समय में हम Facebook जैसी साइट्स पर अंकाउट तो बना सकते हैं लेकीन Facebook जब चाहे तब यूजर्स के अकाउंट को बंद सकती है। मतलब की Web 2.0 में कुछ बडी़ कंपनियों का एकाधिकार हैं! कई बार ये कंपनियां यूजर्स के नीजी डेटा को दुसरी कंपनियों को बेच भी देती हैं !
इन्हीं सब समस्याओं की वजह से Web 3.0 की मांग उठने लगी जो अब धीरे धीरे विकसित हो रहा हैं।
Web 3.0 क्या है? (What is Web 3.0)
Web 3.0 को आसान भाषा में बताऊं तो ये एक विकेंद्रीकृत इंटरनेट (Decentralized internet) या Web हैं जिस पर किसी भी कंपनी या सरकार का एकाधिकार नहीं होगा। क्यों की ये Web 3.0 इंटरनेट Blockchain Technology पर आधारीत होगा और इस Technology में कोई भी Data किसी एक सर्वर या कंप्यूटर पर नहीं होता हैं बल्की ये डाटा इस Technology से जुडे़ सभी कंप्यूटर पर थोडा़ थोडा़ ब्लॉक के रुप में बंटा रहता हैं।
इस Web 3.0 में कोई भी क्रिया होगी तो उसकी Blockchain पर एक Trasaction हो जाएगी और वो Transaction अलग अलग कंप्यूटर पर Block के रुप में सेव हो जाएगी जिसे कोई भी देख सकता हैं, लेकीन उससे कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।
Blockchain Technology की खासियत ये हैं की इस पर मौजुद किसी डाटा को कभी हैक नहीं किया जा सकता क्यों की ये डाटा लाखों करोडो़ कंप्यूटर पर सेव होता हैं। इसलिए अगर कोई हैक करना भी चाहे तो उसे सभी कंप्यूटर्स को एक साथ हैक करना होगा जो की लगभग असंभव हैं!
Blockchain Technology का सबसे बडा़ उदाहरण क्रिप्टोकरैंसी हैं पहली क्रिप्टो Bitcoin हैं जो 2009 में इस टेक्नोलॉजी पर बनाया गया था। तब से लेकर आज तक Bitcoin को कोई भी कभी भी हैक नहीं कर पाया हैं। और साथ ही अगर कोई Bitcoin की Transaction करता है तो वो Blockchain पर सेव हो जाती हैं जिसे कोई भी देख सकता हैं कितना Bitcoin Transfer हुआ है किस पते पर हुआ है आदी।
जबकी Web 2.0 में तो कई बार बडे़ बडे़ बैंकों के सर्वर को भी हैक कर लिए जाते हैं, इसलिए ही आज के समय में Web 3.0 की मांग बहुत बढने लगी हैं, और इस पर काफी तेजी से काम भी चल रहा है।
Web 3.0 के फायदे
- Web 3.0 में User खुद अपने डेटा का मालिक होगा
- Web और अधिक सुरक्षित हो जाएगा जैसे की हैकिंग की समस्या काफी कम हो जाएगी।
- Web 3.0 में लेन देन काफी पारदर्शी हो जाएगा यहां किसी बिचौलिए या गारंटर की आवश्यकता नहीं होगी।
- Web 3.0 के बाद इंटरनेट पर काम करना और भी आसान हो जाएगा क्योंकि इंटरनेट Decentralized हो जाएगा।
Web 3.0 के नुकसान
- जैसा की Web 3.0 में सारा डेटा Blockchain पर स्टोर रहता है जिसे कोई भी देख सकता है तो उपयोगकर्ता की नीजी जानकारी प्राप्त करना आसान हो जाएगा।
- गोपनीयता नीतियों की जरुरत है।
- नए उपभोक्ताओं के समझने के लिए आसाधारण सा प्रतित होगा
- सुरक्षा के लिहाज से कई कानुनों को बदलने की जरुरत है।
Web 3.0 से पैसे कैसे कमाएं?
पिछले कई सालों में Technology में किए गए निवेश पर सबसे ज्यादा रिटर्न मिला हैं खासकर अगर किसी टेक्नोलॉजी में हम शुरुआती निवेशक बन जाते हैं तो और भी बडे़ Return की उम्मीद कर सकते हैं।
इसलिए अगर आप Web 3.0 में अभी से निवेश करना शुरु कर देते हैं तो आने वाले सालों में आपको कई गुना का Return मिल सकता हैं। Web 3.0 में पैसे कमाने और निवेश करने के कई तरीके हैं लेकीन आज मैं आपको एक बहुत ही आसान तरीका बताने वाला।
जैसा की मैने आपको पहले ही बताया की Decentralized internet का सबसे पहला और सबसे सफल उदाहरण Bitcoin है जिसे इस इंटरनेट की मुद्रा भी कहा जाता है इसको 2009 में सतोशी नाकामोटो ने बनाया था, उस समय एक Bitcoin की कीमत $1 से भी कम थी जो दिसंबर 2021 तक $69000 के आसपास पहुंच गई थी।
मतलब की 2009 में जिसने Bitcoin में $100 का निवेश किया उसके पास आज $25 मिलीयन होंगे।
जिस तरह कंपनियां अपने शैयर जारी करती हैं उसी तरह Web 3.0 में काम करने वाली कंपनियां अपने Coins जारी करती है। तो अगर आपके पास निवेश करने के लिए धन हैं तो आप इसी प्रकार की Web 3.0 के कॉइन खरीद कर भविष्य में अच्छे Return की उम्मीद कर सकते हैं।
Web 3.0 के Top Coin
- Polkadot (Dot) coin :- ये Web 3.0 का सबसे महत्वपूर्ण कॉइन माना जाता हैं जो web 3.0 की कई समस्याओं को हल करता हैं, इसकी वर्तमान कीमत $7 हैं जो 2025 तक $200 तक पहुंचने की संभावना हैं।
- Chainlink (link) :- Link कॉइन भी Web 3.0 में अहम भुमिका निभाता हैं जिसकी वर्तमान कीमत $8 हैं जो 2025 तक $100 से $200 जा सकती हैं।
- Theta Network (Theta) :- ये कॉइन Web 3.0 का Youtube कहा जाता हैं जहां आप Decetralized दुनिया में विडीयो अपलोड कर सकते है जिस पर सिर्फ आपका अधिकार होगा। Theta की वर्तमान कीमत $1 हैं।
- Mask Network (Mask) :- इसे Web 3.0 का Twitter माना जाता हैं! जिसकी वर्तमान कीमत $4 के आसपास है।
- Filcoin (Fil) :- इस कॉइन का इस्तेमाल web 3.0 में फाइल ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है जिसके एक कॉइन की आज $5 कीमत चल रही हैं।
- BitTorrent Coin (BTTC) :- ये कॉइन भी Web 3.0 में फाइल शैयरिंग का काम करता है इसकी वर्तमान कीमत $0.0000008 है जो 2025 तक 50 से 60 गुना तक पहुंच सकती है।
- The Graph (GRT) :- जैसे Web 2.0 में हम हर जानकारी के लिए Google पर सर्च करते हैं उसी तरह ये कॉइन web 3.0 का Google माना जाता हैं।
- Basic Attention Token (BAT) :- ये Web 3.0 का एक ऐसा ब्राउजर है जिसमें Browse करने पर आपको Reward के तौर पर BAT टोकन मुफ्त में मिलते हैं।
Web 3.0 कॉइन कैसे खरीदें?
इन सभी coins को आप Binance Exchange पर खरीद सकते है जिसके लिए आपको सबसे पहले Binance पर अंकाउट बनाना होगा फिर KYC कंपलीट करके आप किसी भी कॉइन को खरीद सकते है।
Web 2.0 में इंटरनेट केंद्रीकृत है मतलब की इस इंटरनेट पर मौजुद डाटा को विशेष समुह अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती हैं जबकी Web 3.0 में इंटरनेट विकेंद्रीकृत और खुला रहेगा जिसे कोई हैक भी नहीं कर सकेगा!
Web 3.0 की शुरुआत 2006 से हो चुकी है लेकीन आम आदमी के जीवन में धीरे धीरे इसका इस्तेमाल शुरु होगा।
Web 2.0 में कंपनियां अपने Users का डेटा अपने पास रखती थी उसे अपने फायदे के हिसाब से इस्तेमाल करती थी लेकीन Web 3.0 में सारा डेटा Blockchain पर स्टोर होगा मतलब User खुद अपने डेटा के मालिक होंगे जिसके कारण Web 2.0 की कंपनियों का कमाई करने का एक बडा़ साधन कम हो जाएगा।