बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी की आभासी मुद्रा है जिसे हम ना तो देख सकते है और ना ही छू सकते हैं।

बिटकॉइन को बनाने वाला व्यक्ति सतोशी नाकामोटो आज भी गुमनाम है इसे आज तक किसी ने नहीं देखा।

3 जनवरी 2009 को पहली बार बिटकॉइन का नेटवर्क लाइव हुआ था उस समय इसकी कीमत $0 थी।

2010 में पहली बार बिटकॉइन ने $1 के आंकड़े को छुआ, और नवंबर 2021 में एक बिटकॉइन की कीमत $69000 पहुंच गई।

मई 2010 में लेजलो नामक एक व्यक्ति ने 10,000 बिटकॉइन के बदले दो पिज्जा खरीदे, इन दस हजार बिटकॉइन की कीमत आज 30 अरब रुपये है।

बिटकॉइन के जन्म से लेकर अब तक इसे कोई भी हैक नहीं कर पाया है इसिलिए ही इसकी कीमत लगातार बढ रही है।

बिटकॉइन पर किसी भी देश के सरकार या बैंक का अधिकार नही है। Bitcoin का मालिक कोई नही है, इस कारण बिटकॉइन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता।

फिर भी बिटकॉइन पर चीन 5 बार प्रतिबंध लगा चुका है और आज के समय में चीन के लोग ही बिटकॉइन के सबसे बडे़ निवेशक है।

बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला एल सेल्वाडॉर दुनिया का पहला देश है मतलब की जैसे भारत में रुपया चलता है वैसे वहां बिटकॉइन चलता है।

क्रिप्टो एक्सपर्ट का मानना है की 2030 तक एक बिटकॉइन की कीमत $10,00,000 तक पहुंच सकती है।